An Unbiased View of shiv chalisa lyrics in gujarati

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सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

मोहिः संभ्रान्तः स्थित्वा शान्तिं न प्राप्नोत्।

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जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥

बुरी आदतें बाद मे और बड़ी हो जाती हैं - प्रेरक कहानी

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

त्रिपुरासुरेण सह युद्धं प्रारब्धम् ।

शिव भजन

शंकरं, शंप्रदं, सज्जनानंददं, शैल – कन्या – वरं, परमरम्यं ।

कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय click here शिव…॥

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें

सङ्कट कटै मिटै सब पीरा। जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।

पाठ करने से पहले गाय के घी का दिया जलाएं और एक कलश में शुद्ध जल भरकर रखें।

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